आज दिनांक 8 फरवरी 2020 को होने जा रहा दिल्ली में चुनावी दंगल नई नई रणनीतियों के साथ लड़ा जाएगा आगे देखेंगे किसकी होगी हार और किसकी होगी जीत यूं तो चुनावी दंगल में बड़े बड़े वादे जोकि 50% ही सच होते हैं और 50% कभी दिखाई ही नहीं देते पार्टी किसी की भी हो सब अपने-अपने राग में अपनी-अपनी डफली बजाते रहते हैं विडंबना तो यूं है हमारे देश की , कि ना चाहते हुए भी हम सभी वोट करते हैं लगता तो यह है कि आने वाला प्रत्याशी आने वाला नेता हमारा हितेषी होगा लेकिन ज्यों ही चुनावी नतीजा हमारे सामने आता है हमारे नेता अभिनेता सभी नदारद हो जाते हैं गायब ऐसे होते हैं जैसे गधे के सिर से सिंघ देखना यह है की चुनावी वादे किसके पूरे होते हैं और किसके अधूरे रह जाते हैं यह तो जनता ही तय करेगी किसे कमान सौंपी जाएगी चुनावी दंगल अब हमें यह बताएगा कौन सा नेता हमारे दिल्ली के लिए सही होगा यूं तो पुरानी सरकार ने वादे तो बेशुमार किए लेकिन लेकिन साकार कुछ ही हुए अब देखते हैं किसकी सरकार बनेगी कौनसे वादे पूरे होंगे और कौनसे वादे नदारद रहेंगे
दिल्ली में दंगल